मध्य प्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन कौंसिल
मध्य प्रदेश शासन
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1 मध्यप्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन कौंसिल की स्थापना वर्ष 1956 से हुई थी । पूर्व में कौंसिल का नाम ’’महाकौषल नर्सेस रजिस्ट्रेशन कौंसिल’’ था । जिसमें वर्ष 2005 तक मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ सहित सम्मिलित था । इसके पश्चात् दिनांक 18.5.2012 से राज्य शासन द्वारा कौंसिल का नाम परिवर्तित कर ’’मध्यप्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन कौंसिल भोपाल’’ रखा गया है । वर्तमान में मध्यप्रदेश उपचर्या पंजीयन परिषद अधिनियम 1973 है। वर्ष 1956 से 1980 तक केवल 56 शैक्षणिक संस्थायें संचालित थी। जिनमें से अधिकांश शासकीय स्कूल/कॉलेज ऑफ नर्सिंग तथा ए.एन.एम. प्रशिक्षण केन्द्र थे । प्रदेश में नर्सिंग स्कूल/कॉलेजों की संख्या में तीव्र गति से वृद्धि हो रही है । वर्तमान में लगभग 450 की संख्या से अधिक नर्सिंग स्कूल/कॉलेज, कौंसिल के अधीन संचालित हो रहे है ।
2. मध्यप्रदेश नर्सेस रजिस्टेशन कौसिल के अधीन 450 नर्सिग स्कूल/कॉलेजो मे विभिन्न कोर्स जैसे ए.एन.एम. /जी.एन.एम. /बी.एस.सी. नर्सिंग /पोस्ट बेसिक बी.एस.सी. नर्सिंग /एम.एस.सी. नर्सिंग के कोर्स संचालित हैं । शासकीय संस्थाओ जी.एन.एम एवं ए.एन.एम प्रशिक्षण केन्द्रो को छोडकर निजी नर्सिंग संस्थाओ मे महिला एवं पुरूष दोनों को प्रवेश की पात्रता है तथा देश विदेश तथा निजी संस्थाओं में रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होते हैं । शासन द्वारा प्रदेश में वर्ष 2018-19 मे नये 05 शासकीय नर्सिंग महाविद्यालय प्रारंभ किये गये है। शासकीय नर्सिग महाविद्यालय इन्दौर मे वर्ष 2018-19 मे बी.एस.सी की 50सीट्स मे 70 सीट्स की वृद्धि कर 120 सीट्स की गयी है। पोस्ट बेसिक बी.एस.सी की नवीन 40 सीट्स की मान्यता प्रदान की गयी है। एम.एस.सी की 10सीट्स मे 40 सीट्स की वृद्धि कर 50 सीट्स की गयी। 07 शासकीय जी.एन.एम स्कूल को बी.एस.सी नर्सिग कॉलेज मे उन्नयन किया गया है। 06 ए.एन.एम स्कूलो का जी.एन.एम स्कूल मे उन्नयन किया गया है।